भारत में विविध भाषाए और बोलियाँ है | आज बोलियाँ समाप्त होने जा रही है | इन भाषाओ और बोलियों का संवर्धन किया जाये ऐसा प्रस्ताव राष्ट्रिय स्वयंसेवक संघ की नागपुर मे हुयी अ.भा. प्रतिनिधि सभा मे पारित किया गया है ऐसी जानकारी संघ के सरकार्यवाह श्री भैयाजी जोशी ने पत्र परिश्ध में दी |
श्री भैयाजी ने कहा की ,विभिन्न क्षेत्र में बोली जाने वाली बोलियों की लिपि नहीं है | ऐसी बोलियाँ तेजीसे विलुप्त हो रही है | ऐसी लिपिरहित बोलियों के लिए लिपियाँ निश्चित करने का काम आरम्भ किया गया है | उन बोलियोके लिए रोमन लिपि के बजाय भारत में विविध भाषाओ के लिए प्रयुक्त की जानेवाली लिपियो में से ही किसी लिपि का प्रयोग किया जाये ऐसा प्रस्ताव पारित किया गया है | आगामी २-३ वर्ष में इसके परिणाम दिखायी देंगे |
अयोध्या के प्रस्तावित राम मंदिर निर्माण के सन्दर्भ में उन्होंने कहा की वहा केवल राम मंदिर ही बनेगा दूसरा कुछ भी नहीं लेकिन इसके लिये निर्धारित प्रक्रिया पूरी होने में कुछ समय लगेगा | इस मुद्दे पर आम सहमति से हल निकलना मुश्किल है | लेकिन इस सन्दर्भ में श्री श्री रविशंकर द्वारा किये जा रहे प्रयास का हम स्वागत करते है | किसानोकी समस्या के सम्बंधित प्रश्न का उत्तर देते हुये भैयाजीने कहा की सरकार को किसानो की समस्याओ का हल निकलना ही होगा | किसानो के प्रति संवेदनाहिन् रहेने वाली सरकार टिक ही नहीं सकती |
उद्योगपतियों द्वारा बैंको के कर्ज डुबाये जाने के सन्दर्भ में उन्होंने कहा की यह व्यवस्था की खामी है , इसे दूर कर व्यवस्था सुधारनी होंगी | लिंगायत को अलग धर्म का दर्जा देने की कर्नाटक में उठी मांग पर प्रतिक्रिया देते हुये , भैयाजी ने काहा की हिंदु धर्मं में शैव , वैष्णव , शाक्त आदि संप्रदाय है , लेकिन इनके बिच कोई टकराव नहीं है|
भाजपा का सत्ता में आना और संघ का विस्तार इसमें कोई सम्बन्ध नहीं है | भाजप के सत्ता में आनेसे पूर्व २०१४ के पाहिले संघ का देश में बहुत विस्तार हो चूका है | दिनोदिन संघ की स्वीकार्यता बढ़ रही है | अधिकाधिक लोग संघ से जुड़ना चाहते है | पत्र परिषद् में संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख मा. मनमोहनजी वैद्य तथा सह्प्रचार प्रमुख नरेंद्र कुमार ठाकुर उपस्थित थे |
India has diverse language and dialects and today these dialects are in danger situation. A resolution to protect and promote Bharatiya languages has been passed in the Pratinidhi Sabha, Shri Bhaiyya Ji Joshi, Sarkaryavah of RSS said in the press meet held today at Nagpur.
Shri Bhaiyaji said that there is no script for dialects spoken in different areas. Such dialects are increasingly becoming extinct. The work of decoding the scripts for such lump-sum dialects has been started. Instead of Roman script for those dialects, any script used in Bharat for various languages will be used. The results can be seen in the next 2-3 years.
In reference to the construction of the proposed Ram temple of Ayodhya, he said that only Ram Mandir will be built, but nothing else and will take some time to complete the procedure. It is difficult to resolve this issue with a consensus. But we welcome the effort being made by Sri Sri Ravi Shankar in this regard. Answering the question related to farmer problem, Bhaiyyaji said that the government will have to solve the problems of farmers. The government that does not feel sorry for the farmers cannot sustain.
In the context of industrialists' debt of the banks being dipped, he said that this system is a weakness, it needs to be improved. Responding to the demand raised in Karnataka for granting the status of Lingayat to different religions, Bhaiyaji said that in the Hindu Dharma there is no conflict between Shaiva, Vaishnava, Shakta etc. sects.
There is no relation between the BJP coming to power and the expansion of the RSS. Even before the BJP came to power in 2014, the Sangh has expanded greatly in the country. The acceptance of Sangh is increasing day-by-day. More and more people want to join RSS. Shri Manmohan Vaidya, Akhil Bharatiya Prachar Pramuk and Shri Narendra Thakur Akhil Bharatiya Sah Prachar Pramuk were present in the press meet.
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