In
September 1992, Sri Ram Paduka Pujan was organized in all villages in India and
another call was given to Bhaktas to reach Ayodhya on Gita Jayanti (6th December,
1992). Millions of people reached for Kar Seva and the world knows the fate of
the Babri structure.
Ramjanma
Bhoomi movement is the greatest non-violent religious movement of the world
connected to the soul of the common man of India, Dharmacharyas, Brahmins,
Dalits, educated, and uneducated, Hindus etc. residing in India.
Babri
Masjid–Ramjanambhoomi controversy is dominating Indian politics for decades and
became the main issue and it was so controversial and rooted in communal
politics that it polarized Indian people along religious lines for the first
time in post-independence India. A commission under Justice Liberhan was set up
10 days after the demolition of Babri Masjid and it took 17 years to submit its report.
A
sting operation by Cobrapost has claimed that the demolition of Babri Masjid was
not a spontaneous act by Kar Sevaks in frenzy but was planned well in advance
with top leaders of the BJP, Shiv Sena, the larger Sangh Parivar and some
Congress leaders in the know.
Sri Ram
Madhav has stated, “Same old false allegations by Cobra Post. Liberhan
Commission in courts have gone into and concluded them to be baseless. Proxies
of Congress interested in raking it up and use falsehoods to vitiate atmosphere
and polarise voters on communal lines. Should be ignored”.
BJP has complained to
the Election Commission against the sting operation by Cobrapost on Babri Masjid
demolition and its telecast should be barred, with the general elections three
days away. The party said that the sting was a diabolical conspiracy to vitiate
the atmosphere ahead of polls.
Sri
Champat Rai, International Secretary of VHP has stated that it is a political
conspiracy. His statement as below:
-कोबरा पोस्ट के नाम से प्रकाशित समाचार एक प्रायोजित एवं दुर्भावना से प्रेरित: चम्पतराय (अन्तर्राष्ट्रीय महामंत्री-विहिप)
नई दिल्ली, 4 अप्रैल, 2014। विश्व हिन्दू परिषद के अन्तर्राष्ट्रीय महामंत्री श्री चम्पतराय ने कहा कि समाचार पत्रों में आज कोबरा पोस्ट के नाम से प्रकाशित समाचार एक प्रायोजित, दुर्भावना से प्रेरित है, जिसके द्वारा चुनाव को प्रभावित करने का प्रयास किया जा रहा है। इसलिए मेरा चुनाव आयोग से आग्रह है कि इस विषय को वह अविलम्ब संज्ञान में ले और कार्यवाही करे।
श्री चम्पतराय ने बताया कि कोई भी राजनीतिक दल एवं विश्व हिन्दू परिषद इस विषय पर लम्बे समय से कुछ नहीं बोल रहा है। समाचार पत्रों द्वारा किसी प्रकार के माध्यम से ऐसी खबर मतदान के ठीक पहले प्रकाशित कराना किसी भी प्रकार उचित नहीं है। चुनाव पूर्व ऐसे प्रायोजित समाचार निश्चित ही चुनाव को दृष्टिगत रखते हुये प्रकाशित किये जा रहे है, जिससे चुनाव प्रभावित किया जा सके। लिब्राहन कमीशन एवं सी0बी0आई0 ने 18 वर्षों तक इस विषय की सघन जांच की, जिसमें ऐसे कोई भी निष्कर्ष सामने नहीं आये। जैसा कि एक पत्रकार के माध्यम से छपवाया जा रहा है, यह एक निंदनीय कृत्य है।
श्री चम्पतराय ने कहा कि हिन्दुओं के विरूद्ध लिखना और उनकी सीधी-सादी बातों को अपने अनुसार तोड़-मोड़ कर स्ट्रिंग आपरेशन के नाम पर उसको प्रसारित करना, यह कुछ लोगों का धंधा बन गया। विश्व हिन्दू परिषद इसकी घोर निन्दा करता है और चुनाव आयोग से आग्रह करता है कि इस पर तत्काल रोक लगाई जाए, जिससे देश में शान्ति से चुनाव सम्पन्न हो सकें।
जारीकर्ता
(अनिल अग्रवाल)
मीडिया-प्रबन्धक
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